ये उपाय तब आजमाया जा सकते हैं जब वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार किचन का निर्माण ना हुआ हो।
1. यदि किचन दक्षिण-पूर्व (अग्नि) कोने या उत्तर-पश्चिम (वायव्य) कोने में नहीं है, तो प्रतिदिन शुक्र यंत्र की पूजा करें।
2. अगर किचन का प्लेटफॉर्म काले रंग का है तो उसे तुरंत बदल दें या चूल्हे के नीचे सफेद टाइल रख दें।
3. यदि प्लॉट का दक्षिण-पूर्व (अग्नि) कोना बढ़ा हुआ हो तो पीले रंगके क्रिस्टल और वहां एक छोटी पानी की टंकी रखे।
4. दक्षिण-पूर्व (अग्नि) का कोना बड़ा हो तो अपने बड़े बच्चे का विशेष ध्यान रखें और रुद्राक्ष कवच या रत्न धारण करें।
5. दक्षिण-पूर्व (अग्नि) कोने में लाल फूल, पर्दों का प्रयोग न करें।
6. अगर रसोई दक्षिण-पूर्व (अग्नि) कोने में नहीं है, तो रसोई के दक्षिण-पूर्व कोने में तांबे का पिरामिड रखें और पीले रंग का बल्ब जलाए रखें।
स्रोत: संदेश
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